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राहत नहीं उत्तराखंड मे आफत बनी बारिश, देहरादून सहित सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, गंगा ने छुआ खतरे का निशान

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है। नदी-नाले उफान पर हैं तो सड़के जगह-जगह बंद होने से मुसीबतों में इजाफा हुआ है। लगातार हो रही बारिश से गांव से लेकर शहर तक काफी नुकसान किया है। बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के ऊपर 293.05 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान 294 मीटर पर है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। नदी के किनारे और डूब क्षेत्र के इलाकों को छोड़ने की सलाह दी गई है। इसके अलावा सबी बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। सारी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतूरा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

गंगा चेतावनी रेखा के पार, मुख्य चौराहा जलमग्न

हरिद्वार में रात से हो रही जोरदार बारिश से मुख्य चौराहा भगत सिंह चौक जलमग्न हो गया है। चौराहे पर कई फीट पानी जमा हो जाने की वजह से एक बस भी पानी में फंस गई है। इसके अलावा कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। तमाम कॉलोनियों और बाजारों में पानी भर गया है। बारिश के चलते गंगा का जलस्तर भी चेतावनी निशान के ऊपर पहुंच गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी गंगा के जलस्तर पर नजरें बनाए हुए हैं। लगातार हो रही बारिश की वजह से हरिद्वार में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई है।

तीन घंटे बंद रहा कोटद्वार-दुगड्डा और दुगड्डा-गुमखाल राजमार्ग

कोटद्वार और आसपास के क्षेत्रों में बीती रात करीब दस बजे से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। बारिश के कारण क्षेत्र में नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। भाबर क्षेत्र में सिगड़ी स्रोत का जलस्तर बढ़ने के कारण कई काश्तकारों की भूमि नदी की भेंट चढ़ गई है। बारिश के कारण कोटद्वार-दुगड्डा और दुगड्डा-गुमखाल के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा आ गया, जिस कारण राजमार्ग पर करीब तीन घंटे यातायात बाधित रहा। राजमार्ग विभाग ने मलवा हटाकर यातायात को सुचारू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई स्थानों पर संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। बारिश से किसी तरह के जान माल की नुकसान की सूचना नहीं है।

देहरादून और आसपास के क्षेत्र में बारिश ने किया रिकार्ड स्थापित

देहरादून में तीन दिन के भीतर 464 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि अगस्त में पूरे माह यहां सामान्यत: 450 से 500 मिमी बारिश होती है। यही नहीं बीते 24 घंटे में मसूरी में 250 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। जो कि बीते 12 साल में मसूरी में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। इससे पहले बुधवार को दून में बारिश (254 मिमी) ने 70 साल का रिकार्ड तोड़ा था। मौसम विभाग ने अगले दो दिन बारिश का क्रम जारी रहने की आशंका जताई है।

अगस्त की शुरुआत में मानसून की रफ्तार सुस्त पड़ने के बाद शुरुआती तीन हफ्ते में प्रदेश में सामान्य से 20 फीसद कम बारिश दर्ज की गई। जबकि, अगस्त के अंतिम सप्ताह में मानसून ने चौंका दिया। बीते मंगलवार रात से देहरादून और कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश का सिलसिला बना हुआ है। देहरादून-मसूरी में बारिश तमाम रिकार्ड ध्वस्त कर रही है। यहां एक ही दिन में अतिवृष्टि के कारण आपदा जैसे हालात हो गए हैं। वहीं, टिहरी में बीते दिन में 260 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा अन्य जिलों में बारिश सामान्य के आसपास रही, जबकि उत्तरकाशी में सबसे कम 50 मिमी बारिश हुई है।


देहरादून-नैनीताल समेत सात जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को भी प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश का क्रम जारी रह सकता है। देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। जबकि, कुछ इलाकों में गरज के साथ बौछार पड़ने की आशंका है। इसको लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। देहरादून से सटे पहाड़ी इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

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Author: nirbhiknazar

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