झालावाड़ / राजस्थान: पुनर्जन्म की बातें और ऐसे कई मामले हम बरसों से सुनते चले आ रहे हैं, लेकिन आज तक मेडिकल साइंस के पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र में सामने आया है. यहां क्षेत्र के खजूरी गांव का एक 3 वर्षीय मोहित नाम का बच्चा अपना नाम तोरण बताने लगा. साथ ही उसने खुद अपनी मौत का कारण भी बताया. पहले कुछ दिन परिवार के सदस्यों ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में जब उन्हें बच्चे की बातें असामान्य लगी, तब उन्होंने उसकी पूर्व जन्म की कहानी सुनी. फिर उसके पूर्व जन्म के माता-पिता सहित अन्य रिश्तेदारों से उसे मिलाया. फिर बच्चे के पूर्वजन्म का मामला सामने आया. अब बच्चे को लेकर पूरे गांव में चर्चा हो रही है.
बच्चे मोहित के पिता ओंकार लाल मेहर ने बताया कि मोहित जन्म के कुछ समय बाद से ही ट्रैक्टर की आवाज सुनकर डरता था ओर रोने लग जाता था. उस समय वह बोल नहीं पाता था. जब वह बोलने लगा तो अपना नाम तोरण बताया. बाद में उसने बताया कि 16 साल पहले कोलूखेड़ी कलां गांव में रोड़ निर्माण कार्य में मजदूरी करने गए 25 वर्षीय युवक तोरण निवासी खजूरी गांव की ट्रैक्टर के नीचे दबने से मौत हो गई थी. इसके बाद उसके माता-पिता मकान बेचकर मध्य प्रदेश के जामनेर थाना क्षेत्र के शंकरपुरा गांव में रहने लग गए थे. तोरण की एक बुआ नथिया बाई धाकड़ झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के खजूरी गांव में ही रहती है.
बच्चे की बात सुन परिवार चौंक गया
इस सारे मामले की सूचना मिलने पर जब नथिया बाई बच्चे मोहित से मिलने पहुंची तो उसने उसे पहचान लिया और अपनी बुआ से रोते हुए लिपट गया. इस घटनाक्रम के बाद उसके पूर्वजन्म के माता-पिता को भी सूचना दी गई, इस पर वो भी मोहित के गांव आए जहां बच्चे ने अपने पूर्व जन्म के माता-पिता को भी पहचान लिया. साथ ही उसने अपनी मौत की घटना को भी बताया है. कल्याण सिंह धाकड़ ने दावा कियया कि उनके पुत्र की मृत्यु के बाद अभी 3 साल पहले ही उसका श्राद्ध व तर्पण किया था. अपने बेटे के पुनर्जन्म की सूचना मिलने पर उन्होंने झालावाड़ के खजूरी गांव आकर बच्चे मोहित से मिले तो उसने उन्हें पहचान लिया. बच्चे से मिलकर वे भी बहुत खुश हुए. आज भी बच्चा मोहित अपने आप को मोहित नहीं बल्कि तोरण ही बताता है.