आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मुस्लिम लड़की द्वारा हिंदू रीति रिवाज में शादी करने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. मामला जनपद आजमगढ़ के अतरौलिया क्षेत्र के खानपुर फतेह का है. यहां के रहने वाले सूरज को दो साल पहले हैदरपुर खास गांव की एक मुस्लिम लड़की मोमिन खातून से प्यार हो गया था. धीरे धीरे प्यार परवान चढ़ने लगा तो लोग एक दूसरे से छुप छुप कर मिलने लगे, आखिरकार प्रेमी जोड़े सूरज ने धर्म की दीवार को तोड़कर मुस्लिम लड़की को अपना बनाने की जिद ठान ली. हालांकि जब इस बात की जानकारी लड़की के घरवालों को हुई तो धर्म के कारण ऐतराज जताने लगे जबकि प्रेमी के परिजनों को कोई ऐतराज नहीं था. यही नहीं प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी व उसके परिजनों पर दबाव भी बनाया कि व इस्लाम धर्म को अपना ले, लेकिन प्रेमिका ने मना कर दिया. इसी बीच दोनों ने शादी करने की ठानी और धर्म आड़े आ रही दीवार को तोड़ने का फैसला लिया. जिले के अतरौलिया क्षेत्र के सम्मो माता मंदिर में दोनों ने हिन्दू रिति रिवाज से शादी की
मंदिर परिसर का माहौल उस समय एक नई इबारत को लिख गया जब एक मुस्लिम युवती ने हिन्दू धर्म अपना कर अपने हिन्दू प्रेमी के गले में वरमाला डालकर उसे अपना जीवन साथी बना लिया। मंदिर परिसर में सात फेरों के साथ प्रेमी युगल को परिजनों व लोगों द्वारा नवदंपत्ति को खुशमय जीवन का आर्शीवाद दिया. लड़के ने मुस्लिम युवती से शादी हिंदू रीति रिवाज व सेन्दूरदान के बाद सम्मोमाता मंदिर से आर्शिवाद लेकर घर आया.
सूरज ने बताया कि यह शादी परिवार वालों के रजामंदी से हो रही है इसमें किसी का कोई दबाव नहीं है, दोनों लोग शादी के लिए राजी हैं. वही मुस्लिम लड़की मोमिन ने बताया कि कोई दबाव नहीं है हम लोग एक दूसरे से दो वर्ष से प्रेम कर रहे थे और आज शादी कर रहे इसमें किसी प्रकार का परिजनों का कोई भी दबाव नहीं है, जाति धर्म और मजहब की दीवार तोड़कर हम लोग शादी करके खुश रहना चाहते है. वहीं विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने कहा कि मुस्लिम लड़की ने सनातन धर्म स्वीकार किया है, इसका हम लोग स्वागत करते हैं.