न्यूज़ डेस्क: क्या आप भी मानते हैं कि सोने की परख सिर्फ सोनार को होती है! लगभग सभी अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार 41.7 फीसदी शुद्धता या 10 कैरेट से कम का सोना नकली सोने की श्रेणी में आता है. मगर हमें दुकानदार या रिश्तेदार ने नकली या पानी चढ़ा सोना देकर ठग तो नहीं लिया, यह कैसे पता लगाएं ? सोना असली है या नकली यह पता लगाने ते लिए आपको सर्टिफाइड एक्सपर्ट होने की जरूरत नहीं. अब तो सोने का जेवर असली है या नकली या उस पर सोने का पानी चढ़ा है, इसकी जांच आप अपने घर पर ही बड़े आराम से कर सकते हैं. इसके लिए केवल घरेलू चीजों जैसे सिरका, पानी और चुंबक की जरूरत है.
पानी भरा ग्लास ऐसे करेगा नकली सोने का पर्दाफाश
सोने का जेवर पानी से भरे बर्तन में डालें. असली सोना ज्यादा डेंसिटी की वजह से पानी में डूब जाएगा और बर्तन की सतह पर बैठ जाएगा. नकली सोना हल्का होने की वजह से तैरने लगेगा. यही नहीं, अगर जेवर डालते ही पानी का रंग बदलने लगता है तो समझ जाइये कि आपका सोने का जेवर मिलावटी है क्योंकि असली सोना कभी बदरंग नहीं होता.
सिरका की मदद से परखें अपना सोना
सोने का जेवर टेबल पर रखें और आईड्रॉपर की मदद से उस पर सिरका यानी विनेगर की कुछ बूंदें डालें. 15 मिनट बाद अपना जेवर देखें. अगर उसके रंग में कोई बदलाव नहीं आया, तो समझिए कि आपका सोना खरा है. जेवर का रंग बदरंग हुआ तो मानो सोना खोटा है. ध्यान रहे, जेवर पर विनेगर की कुछ बूंदें ही डालें वर्ना जेवर पर जड़े बेशकीमती पत्थर और कारीगरी को विनेगर की वजह से नुकसान हो सकता है.
स्किन पर निशान, खोलेगा नकली सोने की पोल
अगर आपका सोना मिलावटी है तो वक्त के साथ उसका रंग गिरता जाएगा. पुराने जेवर के कोनों और बेस को गौर से देखें, अगर उनकी चमक फीकी पड़ गई है और वे बदरंग हो गए हैं तो समझ लें कि उस जेवर पर मात्र सोने का पानी चढ़ाया गया है. अगर जेवर उतारने पर आपकी त्वचा पर काला धब्बा दिखे, तो इसका अर्थ है कि आपके सोने के जेवर में चांदी की मिलावट है. हरे धब्बे का मतलब है कि जेवर में तांबा मिला है.
सोने की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित मानकों पर जेवर की हॉलमार्किंग की जाती है. इसलिए जेवर खरीदते वक्त उस पर हॉलमार्क जरूर देखें. साथ ही दुकान से पक्की रसीद लें और विश्वसनीय जगह से ही सोना खरीदें.