देहरादून : उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की भर्ती परीक्षा में हुए घपले की एसटीएफ जांच उत्तराखंड सचिवालय तक आ पहुंची। पेपर लीक करने वाले गैंग से तार जुड़े होने के शक में बुधवार शाम सचिवालय के अपर निजी सचिव को बुलाकर एसटीएफ ने पूछताछ की। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले, बुधवार को ही भर्ती परीक्षा के लीक पेपर के जरिये 163वीं रैंक पाने वाले आरोपी तुषार चौहान को गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार आरोपी मनोज जोशी से साक्ष्य मिले। बुधवार को तुषार की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने सचिवालय में वन एवं लोनिवि अनुभाग के अपर निजी सचिव गौरव चौहान को पूछताछ के लिए बुलाया। बुधवार शाम लंबी पूछताछ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी गौरव चौहान ने अपने परिचित समेत दो लोगों को भर्ती परीक्षा में पास कराने के लिए 15-15 लाख रुपये में डील की थी। आरोपी ने इसका रिजल्ट आने तक 24 लाख रुपये ले लिए थे।
लीक पेपर से परीक्षा देने वाले कार्यालय बुलाए
लीक पेपर से भर्ती परीक्षा देने वालों से एसटीएफ ने खुद कार्यालय आकर बयान दर्ज कराने की अपील की। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में लीक पेपर से परीक्षा देने वाले कई युवा अब तक एसटीएफ कार्यालय आ चुके हैं। लीक पेपर से पास होने वाले काफी युवाओं की जानकारी मिल चुकी है। उन्होंने चेताया कि यदि ऐसे अभ्यर्थी खुद जानकारी देने नहीं आए तो उनकी गिरफ्तारी शुरू की जाएगी।
गिरफ्तार कोर्ट कर्मचारी से मिला चयनित का सुराग
अजय सिंह के अनुसार, पूर्व में गिरफ्तार यूएसनगर के कोर्ट कर्मचारी मनोज जोशी से पता चला था कि उसने तीन-चार युवकों को भर्ती परीक्षा में पास करवाने की डील करके रकम वसूली थी। इस मामले में तुषार चौहान निवासी कासमपुर, जसपुर यूएसनगर का नाम सामने आया था।
एसटीएफ ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया और साक्ष्य भी जुटाए। बुधवार को दोबारा एसटीएफ कार्यालय बुलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 15 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें चार सरकारी और तीन संविदा कर्मचारी शामिल हैं।
रामनगर के रिसॉर्ट में मिला था पेपर
आरोपी मनोज जोशी ने लीक पेपर के प्रश्न तुषार चौहान को बताने के लिए रामनगर स्थित रिसॉर्ट बुलाया था। यहां कुछ और छात्र भी पहुंचे थे। इनकी संख्या चार बताई जा रही है। इनके बारे में एसटीएफ को जानकारी मिल चुकी है। जल्द ही इन्हें भी गिरफ्तार किया जा सकता है। बताया जा रहा कि तुषार ने खुद लीक पेपर से परीक्षा दी और कुछ अभ्यर्थियों की डील भी मनोज जोशी के गुट से करवाई।
चयनित अभ्यर्थी और अपर निजी सचिव चचेरे भाई
एसटीएफ के अनुसार, गिरफ्तार तुषार चौहान और गौरव चौहान आपस में चचेरे भाई हैं। गौरव ने ही मनोज जोशी से मिलकर तुषार को पेपर उपलब्ध करवाया था।