देहरादून: कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को भारी बहुमत मिलने पर उत्तराखंड कांग्रेस की नेता भी उत्साहित हैं। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल व्याप्त है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा ने कर्नाटक में नफरत फैलाने का भरपूर प्रयास किया। सत्ता का पूर्ण दुरुपयोग किया, परंतु जनता ने साम्प्रदायिक राजनीति को नकार भाजपा को मुंह तोड़ जबाब दिया है। कर्नाटक के चुनाव परिणाम का संदेश भाजपा की नकारात्मक, साम्प्रदायिक, नफरत, ध्रुवीकरण अमीरोन्मुखी, महिला-युवा विरोधी, सामाजिक-बंटवारे की हार और महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार व वैमनस्य के खिलाफ सख्त जनादेश है। ये लोकतंत्र और सत्य की जीत है।
हरीश रावत ने भी खुशी जाहिर की
वहीं उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने भी अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा थैंक्यू कर्नाटक, कर्नाटक के भाई-बहनों का बहुत-बहुत धन्यवाद। हम ऐसे मौके पर हिमाचल को भी नहीं भूल सकते। थैंक्यू_हिमाचल। विधानसभा चुनाव में संवैधानिक लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रही शक्तियों का हौसला बढ़ाने का एक मौका हमारे पास भी आया था, लेकिन हम उस मौके को गंवा बैठे। मगर हिमाचल ने उस मौके को लपक लिया और जब 2024 का काउन-डाउन शुरू होगा और परिणाम आएंगे। हिमाचल और कर्नाटक ने जो शुभारंभ किया है, उसको भी याद किया जाएगा।
करण माहरा ने बताई एतिहासिक जीत
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव की शानदार जीत पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मिष्ठान वितरण, आतिशबाजी कर कर्नाटक की महान जनता व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बधाई दी हैं। उन्होने कर्नाटक की विधानसभा में कांग्रेस की भारी जीत पर बोलते हुए कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा की केन्द्र सरकार ने अपनी पूरी ताकत झौंकी दी थी, परन्तु वहां की जनता ने भाजपा व प्रधानमंत्री मोदी को करारा जबाव देकर देश की जनता को नये राजनैतिक समीकरण बनने के संकेत दिये हैं।
ऋषिकेश में कांग्रेस ने मनाया जश्न
महानगर कांग्रेस ने रेलवे रोड स्थित कांग्रेस भवन में जय सियाराम और जय हनुमान के नारों के साथ आतिशबाजी कर मिष्ठान वितरण कर जीत का जश्न मनाया। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश सिंह व कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने कहा कि बजरंग बली का आशीर्वाद कांग्रेस पर है और इसी कारण पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सच्चाई और ईमानदारी ने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत हुई। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक लोगों के दुख और दर्द को सुनने का काम किया। उससे पूरे देश के अंदर ये स्पष्ट हुआ कि इस देश में ऐसे भी नेता हैं जो लोगों को दर्द को सुनने के लिए उनके पास स्वयं पैदल चलकर आते हैं। कर्नाटक से यह संदेश देने का काम किया है कि 2024 में मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस दिल्ली में सरकार बनाने का काम करेगी।
क्या उत्तराखंड मे भी होगा जीत का आगाज ?
कुछ भी हो कर्नाटक मे हुई जीत के बाद उत्तराखंड मे प्रदेश कांग्रेस जश्न मना रही है और ये मानकर चल रही है की अब बदलाव की शुरुआत हो चुकी है लेकिन उत्तराखंड मे कांग्रेस को अगर आगे बढ़ना है तो अपने गुजरे हुए वक़्त पर और उनमे हुए राजनीतिक घटनाक्रमों पर ध्यान देकर उनमे सुधार करना होगा। अब होने वाले लोकसभा चुनाव मे उत्तराखंड की 5 सीटों पर कर्नाटक चुनाव मे कांग्रेस की हुई जीत का कितना असर होगा ये देखने वाली बात होगी फिलहाल पांचों सीट बीजेपी के कब्जे मे हैं। वहीं हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर हरक और हरदा मे तलवारें खींची हैं… आपको बता दें की प्रदेश कांग्रेस मे अक्सर अंतर्कलह और गुटबाजी के अलावा अपनों द्वारा अपनों पर ही छींटाकशी सामने आती रही है कभी कांग्रेसियों ने अपने ही नेताओं पर हार के आरोप लगाए तो कहीं विधायकों ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के ऊपर आरोप लगाए और तो और नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती के दौरान भी अलग-अलग रंग देखने को मिले, जानकारों के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस जनता का दिल तो जीत सकती है लेकिन अपनों का दिल जीतना मुश्किल है…जिसका फायदा बीजेपी उठा लेती है….