ब्यूरो रिपोर्ट
हरिद्वार: हरिद्वार में पिरान कलियर दरगाह से लौट ट्रेवल्स व्यवसायी गुलफाम ने सोचा भी था कि उनका परिवार अब घर वापस नहीं लौटेगा। गुरुवार देर रात को दरगाह से लौटते वक्त गुलफाम की कार रानीपुर झाल के पास दीवार को तोड़ते हुए गंग नहर में जा गिरी। इस दौरान गुलफाम की पत्नी, बेटे, बेटी और चालक की मौत हो गई। चारों लोगों के शव घटनास्थल से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर कार के अंदर से बरामद किए गए। जिसने भी घटना के बारे में सुना वह अपने आप को रोक नहीं पाया और मौके पर पहुंच गया। बृहस्पतिवार रात ज्वालापुर के ट्रेवल्स व्यवसायी की कार रानीपुर झाल के पास दीवार को तोड़ते हुए गंगनहर में गिर गई। ट्रेवल्स व्यवसायी की पत्नी, बेटे, बेटी और चालक की मौत हो गई। चारों लोगों के शव घटनास्थल से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर कार के अंदर से बरामद किए गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के बाबर कालोनी के रहने वाले गुलफाम का ट्रेवल्स का कारोबार है। बताया जाता है कि बृहस्पतिवार को वह परिवार के साथ इबादत करने पिरान कलियर दरगाह गए थे। इबादत के बाद वह गंगनहर पटरी से घर लौट रहे थे।
रात करीब साढ़े आठ बजे जैसी ही उनकी कार रानीपुर झाल के पास पहुंची, सामने से कोई वाहन आ गया। वाहन को बचाने के चक्कर में उनकी कार अनियंत्रित होकर दीवार को तोड़ते हुए गंगनहर में गिर गई। गुलफाम किसी तरह से छिटककर बाहर गिरे। जबकि उनकी पत्नी शाहना (33), बेटा आलीशान (5), बेटी गुलिस्ता (3) चालक मंसूर (45) निवासी कस्वावान कार समेत गंगनहर में समा गए। गुलफाम ने घटना की सूचना वहां से गुजर रहे लोगों के साथ फोन से पुलिस को दी। सूचना पर कोतवाली और जल पुलिस मौके पर पहुंची। कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि रानीपुर झाल से पानी को रोककर सर्च अभियान चलाया गया। रात साढ़े दस बजे कार के अंदर से चारों लोगों के शव बरामद कर लिए गए