नई दिल्ली: देश मे एक तरफ जहां चरो तरफ कोरोना का कहर जारी है देश मे दोबारा लॉकडाउन लगने को तैयार है वहीं दूसरी तरफ कुम्भ जैसे आयोजनो और चुनावी रैलियाँ कोरोना को दावत दे रही हैं। गौर करने वाली बात यह भी है कि जब कोरोना वायरस महामारी के चलते भारत की स्थिति लगातार बिगड़ रही है, तब उससे निपटने के उपायों को सही तरीके से लागू किए बिना देश में चुनावी रैलियों से लेकर कुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों तक में भारी भीड़ जुट रही है। और प्रशासन सरकारों के बीच बेबस दिख रहा है।
13 अप्रैल की सुबह जारी हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 24 घंटों में COVID-19 के 161736 (एक लाख इकसठ हज़ार सात सौ छत्तीस) कन्फर्म्ड केस सामने आए हैं, जबकि इसकी वजह से 879 लोगों की जान चली गई है। देश में COVID-19 के 1264698 (बारह लाख चौसंठ हज़ार छह सौ अठानबे एक्टिव केस हैं। भारत में अब कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 13689453 तक पहुंच चुकी है। इस लिस्ट में उससे ऊपर सिर्फ अमेरिका ही है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, अमेरिका में COVID-19 के 31267350 से ज्यादा कन्फर्म्ड केस सामने आ चुके हैं।
कुंभ: 12 अप्रैल के ‘शाही स्नान’ में 35 लाख की भीड़
उत्तराखंड के हरिद्वार में 12 अप्रैल को कुंभ में सोमवती अमावस्या के दूसरे ‘शाही स्नान’ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने खुद ट्वीट करके इसकी पुष्टि की है उन्होने लिखा है “आज हुए शाही स्नान में अखाड़ों के संत समाज से लेकर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। शाही स्नान के समापन तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है।“ शायद सीएम साहब ये ट्वीट करके खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं लेकिन अभी उन्हे भविष्य का अंदाज़ा नहीं है। समझने के लिए इतना काफी है की हरिद्वार कुम्भ मे आस्था की डुबकी लगाने वाले 35 लाख लोग सिर्फ उत्तराखंड या पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के ही नहीं बल्कि स्नान करके पूरे देश दुनिया के कोने कोने मे अगाए होंगे अब संक्रमण फैलने का आप अंदाज़ा लगा सकते हैं।
ये रहा सीएम साहब का ट्वीट
आज हुए शाही स्नान में अखाड़ों के संत समाज से लेकर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। शाही स्नान के समापन तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 12, 2021
कुंभ मेला (आईजी) बोले सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने में असमर्थ हैं हम
करीब 35 लाख की संख्या में भीड़ जुटने से प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग को लागू कराने से हाथ खड़े कर दिए। कुंभ मेला इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) संजय गुंज्याल ने 12 अप्रैल को ANI के माध्यम से कहा, ”भारी भीड़ के चलते, आज चालान जारी करना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है। घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल है। अगर हम घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करने की कोशिश करेंगे तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है, इसलिए हम यहां सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने में असमर्थ हैं। ”
ये रहा ट्वीट
We are continuously appealing to people to follow COVID appropriate behaviour. But due to the huge crowd, it is practically not possible to issue challans today. It is very difficult to ensure social distancing at ghats: Kumbh Mela IG Sanjay Gunjyal (1/2) pic.twitter.com/pkr7uulING
— ANI (@ANI) April 12, 2021
‘कुंभ में 100 से ज्यादा मिले COVID-19 पॉजिटिव‘
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने मेडिकल डिपार्टमेंट के अधिकारियों के हवाले से बताया है कि 11 अप्रैल को रात 11:30 बजे से 12 अप्रैल को शाम 5 बजे के बीच 18160 से ज्यादा श्रद्धालुओं के COVID टेस्ट किए गए, जिनमें से 102 कोरोना संक्रमित पाए गए। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड सरकार ने दिशानिर्देश भी जारी किए थे, जिनमें रजिस्ट्रेशन के साथ ही उन्हें 72 घंटे पहले की COVID-19 संबंधी जांच रिपोर्ट अनिवार्य रूप से लाने के लिए कहा गया, जिसमें संक्रमण की पुष्टि न हुई हो। रिपोर्ट में बताया गया है कि सेंसर लगे कैमरे होने के बावजूद मास्क न पहनने वालों के खिलाफ भी मेला क्षेत्र में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं दिखी। और इतनी भारी संख्या मे कार्यवाई हो भी कैसे सकती है।